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Delhi AIIMS में कैंसर मरीजों के लिए अत्याधुनिक रोबोटिक सर्जरी सुविधा, 3D तकनीक का होगा उपयोग

Delhi AIIMS में कैंसर मरीजों के लिए अत्याधुनिक रोबोटिक सर्जरी की सुविधा जल्द ही शुरू होने जा रही है। AIIMS कैंसर सेंटर IRCH (इंस्टिट्यूट रोटरी कैंसर हॉस्पिटल) के लिए 25 करोड़ रुपये की लागत से यह मशीन खरीदी जाएगी। इस मशीन से कैंसर मरीजों को बेहतर और सटीक उपचार मिल सकेगा। रोबोटिक सर्जरी में 3D तकनीक का उपयोग किया जाता है, जिससे शरीर के प्रभावित हिस्से को बड़ा और स्पष्ट देखा जा सकता है।

AIIMS प्रशासन ने इस अत्याधुनिक रोबोटिक मशीन को खरीदने की प्रक्रिया शुरू कर दी है। यदि सब कुछ योजना के अनुसार होता है, तो टेंडर आवंटन के बाद यह मशीन अगले छह महीनों के भीतर IRCH में स्थापित हो जाएगी। इसके बाद, अगले साल के मध्य तक आर्थिक रूप से कमजोर कैंसर मरीज भी AIIMS में इस अत्याधुनिक रोबोटिक सर्जरी की सुविधा का लाभ उठा सकेंगे।

वैसे, AIIMS मुख्य अस्पताल के ऑपरेशन थिएटर में पहले से ही एक रोबोटिक मशीन उपलब्ध है। इसका उपयोग ज्यादातर यूरोलॉजी से संबंधित बीमारियों के मरीजों की सर्जरी के लिए किया जाता है। रोबोटिक सर्जरी का उपयोग धीरे-धीरे कैंसर सहित कई अन्य बीमारियों में भी बढ़ता जा रहा है, लेकिन रोबोटिक मशीनों की लागत अधिक होने के कारण यह सुविधा सरकारी अस्पतालों में कम है।

Delhi AIIMS में कैंसर मरीजों के लिए अत्याधुनिक रोबोटिक सर्जरी सुविधा, 3D तकनीक का होगा उपयोग

हर साल, लगभग दो लाख पच्चीस हजार कैंसर मरीज AIIMS IRCH की OPD में इलाज के लिए आते हैं, जिसमें लगभग 14,600 नए मरीज शामिल होते हैं। वहीं, लगभग 10,500 मरीजों की सर्जरी की जाती है, जिसमें से लगभग ढाई हजार बड़ी सर्जरी शामिल होती हैं। लेकिन अब तक IRCH में रोबोटिक सर्जरी की सुविधा नहीं है।

अब AIIMS प्रशासन ने IRCH के लिए 25 करोड़ रुपये की लागत से एक रोबोटिक सर्जरी मशीन खरीदने का निर्णय लिया है। यह मशीन विदेश से खरीदी जाएगी। इससे सॉफ्ट टिशू कैंसर की सर्जरी अधिक की जा सकेगी। डॉक्टरों का कहना है कि रोबोटिक सर्जरी में 3D तकनीक का उपयोग किया जाता है। इससे शरीर के प्रभावित हिस्से को बड़ा और स्पष्ट देखा जा सकता है, जिससे ट्यूमर को बेहतर तरीके से हटाना संभव हो जाता है।

इस तकनीक से सर्जरी के लिए बड़े चीरे की आवश्यकता नहीं होती है। रोबोटिक आर्म को छोटे छिद्रों के माध्यम से शरीर के प्रभावित हिस्से तक ले जाया जाता है और ट्यूमर को काटकर हटा दिया जाता है। इस सर्जरी के दौरान मरीज को अधिक रक्तस्राव नहीं होता है और मरीज को जल्दी अस्पताल से छुट्टी मिल जाती है। इससे अधिक सर्जरी की जा सकती है और मरीजों के लिए प्रतीक्षा समय कम होता है।

AIIMS के सर्जिकल ऑन्कोलॉजी विभाग के प्रमुख, डॉ. सुनील कुमार का कहना है कि रोबोटिक सर्जरी अब कैंसर के लिए एक मानक सर्जरी बन गई है। इसके माध्यम से सभी प्रकार के कैंसर की सर्जरी की जा सकती है। खासकर उन ट्यूमर के लिए, जो शरीर के किसी भी हिस्से में गहरे होते हैं, रोबोटिक सर्जरी बेहतर होती है, क्योंकि रोबोटिक आर्म उस स्थान तक आसानी से पहुंच जाती है। रोबोटिक सर्जरी में समय भी कम लगता है। डॉक्टरों को रोबोटिक सर्जरी का प्रशिक्षण दिया गया है। साथ ही, AIIMS में रोबोटिक सर्जरी प्रशिक्षण केंद्र भी है, जहां डॉक्टरों को इस तकनीक में प्रशिक्षित किया जाता है।

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